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DUSU Election 2025: एबीवीपी के आर्यन मान बने नए अध्यक्ष | जानें फैमिली की नेटवर्थ, जीत का अंतर और पूरी कहानी

DUSU Election 2025- एबीवीपी के आर्यन मान बने नए अध्यक्ष | नेटवर्थ, जीत का अंतर और पूरी कहानी

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (Delhi University Students’ Union – DUSU) चुनाव 2025 का परिणाम शुक्रवार को घोषित हो गया। इस बार का चुनाव बेहद खास रहा क्योंकि इसमें छात्रों की भागीदारी भी भारी संख्या में देखने को मिली और नतीजों ने सभी को चौंका दिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने अध्यक्ष समेत तीन पदों पर जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया, जबकि उपाध्यक्ष का पद NSUI के खाते में गया।

इस चुनाव की सबसे बड़ी खबर रही बहादुरगढ़ (हरियाणा) के रहने वाले आर्यन मान का अध्यक्ष पद पर चुना जाना। उन्होंने अपने करिश्माई व्यक्तित्व और मजबूत प्रचार अभियान की बदौलत एनएसयूआई की उम्मीदवार जोसलीन नंदिता चौधरी को करीब 15,000 वोटों के बड़े अंतर से हराया।

कौन हैं आर्यन मान-

आर्यन मान एक छात्र नेता और राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉलर हैं, जिन्होंने अपनी पढ़ाई और खेल दोनों में नाम कमाया है।

उनकी पढ़ाई और खेल के संतुलन ने उन्हें छात्र राजनीति में एक उभरते हुए चेहरे के रूप में स्थापित किया है।

आर्यन मान की ऐतिहासिक जीत-

DUSU चुनाव 2025 में वोटिंग को लेकर छात्रों में खासा उत्साह देखने को मिला।

इस तरह से आर्यन मान ने लगभग 15,000 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की।

वहीं उपाध्यक्ष पद पर NSUI के प्रत्याशी राहुल झांसला यादव ने भी जोरदार जीत हासिल की। उन्हें 29534 वोट मिले और वे लगभग 8,000 वोटों से विजयी रहे।

इस चुनाव में कुल मिलाकर एबीवीपी ने 4 में से 3 पदों पर जीत हासिल की, जबकि एनएसयूआई ने सिर्फ उपाध्यक्ष पद पर कब्जा किया।

परिवार की नेटवर्थ ने उड़ाए होश-

आर्यन मान के परिवार की आर्थिक पृष्ठभूमि भी चर्चा में रही। उनके पिता सिकंदर मान एक बड़े बिजनेसमैन हैं और उनकी कुल फैमिली नेटवर्थ लगभग 1,590 करोड़ रुपये आंकी गई है।

छात्र राजनीति में अक्सर उम्मीदवारों की पारिवारिक पृष्ठभूमि और संसाधन अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन आर्यन मान का कहना है कि उनकी सफलता उनकी कड़ी मेहनत और छात्रों का विश्वास है, न कि सिर्फ आर्थिक संपन्नता।

क्यों खास है आर्यन मान की जीत-

  1. बड़ा जीत का अंतर – 15,000 वोट का अंतर बताता है कि छात्रों ने आर्यन मान को भारी समर्थन दिया।

  2. स्पोर्ट्स बैकग्राउंड – राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉलर होने की वजह से युवा और खेल प्रेमी छात्र उनसे खुद को जोड़ पाए।

  3. ABVP का वर्चस्व – लगातार तीसरी बार एबीवीपी ने DUSU चुनावों में दबदबा कायम किया और 4 में से 3 सीटें जीत लीं।

  4. नेटवर्थ की चर्चा – 1,590 करोड़ की फैमिली नेटवर्थ ने मीडिया और सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं।

DUSU चुनाव 2025 का पूरा नतीजा-

 

छात्रों की उम्मीदें और चुनौतियाँ-

 अब जब आर्यन मान अध्यक्ष चुने जा चुके हैं, छात्रों की उनसे कई उम्मीदें जुड़ी हैं –

सोशल मीडिया पर छाए आर्यन मान-

जीत के बाद से ही आर्यन मान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेंड कर रहे हैं। ट्विटर (X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर उनके नाम से हजारों पोस्ट शेयर किए जा चुके हैं। छात्र उन्हें एक युवा और ऊर्जावान नेता के रूप में देख रहे हैं।

निष्कर्ष

DUSU Election 2025 ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति देश की बड़ी राजनीति का आईना होती है। एबीवीपी ने इस बार भी अपना दबदबा कायम किया और अध्यक्ष पद पर आर्यन मान की जीत ने संगठन की ताकत को और मजबूत किया है।

आर्यन मान की फैमिली बैकग्राउंड, उनकी शिक्षा और खेलों में उपलब्धि, सब मिलाकर उन्हें एक आदर्श छात्र नेता बनाती है। अब देखना यह होगा कि वे छात्रों की उम्मीदों पर कितना खरे उतरते हैं और DUSU अध्यक्ष के रूप में किस तरह का बदलाव लाते हैं।

 

 

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