Gautam Adani को SEBI से मिली बड़ी राहत, शेयरों में आई तेजी
भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। वजह थी – भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा गौतम अडाणी और उनके समूह को दी गई क्लीन चिट। इस फैसले के बाद निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ और बाजार ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
क्या थे आरोप-
24 जनवरी 2023 को अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह पर गंभीर आरोप लगाए थे। रिपोर्ट में कहा गया था कि अडाणी समूह ने:
- शेयरों में हेराफेरी की,
- अकाउंटिंग फ्रॉड किया,
- कर्जों का गलत इस्तेमाल किया।
इस रिपोर्ट के बाद शेयर बाजार में भूचाल आ गया था और अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आई थी। यहां तक कि गौतम अडानी की नेटवर्थ भी भारी गिरावट का शिकार हुई और समूह का बाजार पूंजीकरण लाखों करोड़ रुपये तक कम हो गया।
SEBI की जांच और क्लीन चिट
रिपोर्ट आने के बाद से ही SEBI ने अडाणी समूह की गहन जांच शुरू की। करीब 20 महीनों की पड़ताल के बाद अब नियामक संस्था ने कहा है कि समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों का ठोस सबूत नहीं मिला है।
SEBI ने यह भी स्पष्ट किया कि अडाणी समूह ने अपने वित्तीय लेन-देन और शेयर ट्रेडिंग में नियमों का उल्लंघन नहीं किया है। इस प्रकार, समूह को क्लीन चिट मिल गई है।
निवेशकों का भरोसा लौटा
जैसे ही यह खबर आई, निवेशकों का भरोसा फिर से मजबूत हुआ। नतीजतन, अडाणी समूह की लगभग सभी कंपनियों के शेयरों में तेज़ी देखने को मिली।
- Adani Enterprises के शेयर में बड़ा उछाल,
- Adani Ports और Adani Green जैसे स्टॉक में भी बढ़ोतरी।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह राहत लंबे समय तक अडाणी समूह के शेयरों में सकारात्मक रुझान बनाए रख सकती है।
क्यों है यह खबर अहम
यह खबर सिर्फ गौतम अडानी और उनके समूह के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारतीय शेयर बाजार के लिए भी अहम है। कारण:
- विदेशी निवेशकों का भरोसा – जब इतने बड़े समूह पर से आरोप हटते हैं, तो विदेशी निवेशकों का विश्वास भी बढ़ता है।
- भारतीय अर्थव्यवस्था की छवि – अडाणी समूह भारत की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर और ऊर्जा कंपनियों में से एक है। इससे भारत की वैश्विक छवि पर भी असर पड़ता है।
- रिटेल निवेशकों को फायदा – छोटे निवेशक जिन्होंने गिरावट के समय निवेश किया था, उन्हें अब अच्छे रिटर्न मिल रहे हैं।
भविष्य की रणनीति
विशेषज्ञों के मुताबिक, अब अडाणी समूह और ज्यादा मजबूती के साथ अपने प्रोजेक्ट्स पर काम कर पाएगा। खासकर:
- ग्रीन एनर्जी,
- इंफ्रास्ट्रक्चर,
- पोर्ट्स और लॉजिस्टिक्स।
इन क्षेत्रों में समूह पहले से ही बड़ा निवेश कर चुका है और आने वाले वर्षों में इनसे भारी मुनाफे की उम्मीद की जा रही है।
निष्कर्ष
SEBI की क्लीन चिट से गौतम अडाणी और उनके समूह को बड़ी राहत मिली है। एक ओर जहां आरोपों ने उनकी छवि और शेयर बाजार को झटका दिया था, वहीं अब यह फैसला समूह के लिए नई शुरुआत साबित हो सकता है।
निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और बाजार ने भी इसका स्वागत किया है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि अडाणी समूह किस तरह अपने विस्तार की रणनीति को आगे बढ़ाता है।