श्रीलंका क्रिकेट के युवा ऑलराउंडर दुनिथ वेल्लालेज के परिवार पर एक गहरा दुख छा गया है। उनके पिता, सुरंगा वेल्लालेज, का गुरुवार, 18 सितंबर 2025 की रात अचानक हृदयाघात से निधन हो गया। यह दिन दुनिथ के लिए और भी भावुक था क्योंकि उन्होंने उसी दिन एशिया कप 2025 के ग्रुप बी मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया।
सुरंगा वेल्लालेज का निधन न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे श्रीलंका क्रिकेट समुदाय के लिए एक बड़ा झटका है। दुनिथ के लिए यह समय अत्यंत कठिन और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण है।

सुरंगा वेल्लालेज- क्रिकेटर और मार्गदर्शक पिता
सुरंगा वेल्लालेज एक पूर्व क्रिकेटर थे और उन्होंने अपने बेटे दुनिथ की खेल यात्रा में हमेशा मार्गदर्शन किया। उनका जीवन क्रिकेट के प्रति समर्पित था और उन्होंने अपने बेटे के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनकर हर कदम पर उनका समर्थन किया। 54 वर्ष की उम्र में उनका अचानक निधन इस बात का सबूत है कि जीवन अनिश्चित है और हमें अपने प्रियजनों के साथ हर पल की कद्र करनी चाहिए।
क्रिकेट के क्षेत्र में उनके योगदान और बच्चों के प्रति उनके मार्गदर्शन की कहानियाँ आज भी स्मृति में ताज़ा हैं।
एशिया कप 2025 में दुनिथ का संघर्ष
दुनिथ वेल्लालेज के लिए यह दिन बेहद कठिन था। उन्हें मैच के दौरान अपने पिता के निधन की खबर मिली। इसके बावजूद, उन्होंने खेल भावना का परिचय दिया और मैदान पर अपनी टीम के लिए खेल जारी रखा।दुनिथ का यह साहस और समर्पण केवल एक खिलाड़ी की नहीं बल्कि एक बेटे की भी महानता को दर्शाता है।
उनके इस कदम ने पूरे क्रिकेट समुदाय को उनकी मानसिक मजबूती और धैर्य का एहसास कराया।
श्रीलंका क्रिकेट समुदाय की प्रतिक्रिया
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) ने सुरंगा वेल्लालेज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। टीम के अन्य खिलाड़ियों और पूर्व क्रिकेटरों ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से संवेदना प्रकट की।पूर्व क्रिकेटर कुमार संगकारा और मजिद हुसैन जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने सुरंगा के योगदान और उनके बेटे के प्रति मार्गदर्शन को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
सामाजिक मीडिया पर दुनिथ वेल्लालेज के लिए समर्थन और संवेदनाएँ लगातार बढ़ रही हैं। फैंस उनके परिवार को ताकत देने के लिए लगातार संदेश भेज रहे हैं।
परिवार और व्यक्तिगत जीवन
दुनिथ वेल्लालेज का परिवार बेहद करीबी और एकजुट है। उनके पिता सुरंगा ने दुनिथ की क्रिकेट यात्रा की नींव रखी और हर कदम पर उनका मार्गदर्शन किया।दुनिथ की मां और परिवार के अन्य सदस्य इस समय उन्हें भावनात्मक समर्थन दे रहे हैं। दुनिथ फिलहाल स्वदेश लौटकर अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं और अपने पिता को श्रद्धांजलि देने आ गए है।
साथ में हमारे देश के जेवलिन फेकने वाले सचिन यादव ने विश्व स्तर जेवलिन फेंकने में चौथा स्थान हासिल किया। और अपने देश का नाम रोशन किया, और ये इस टूर्नामेंट में पाक के नंबर 1 खिलाडी से भी आगे भाला फेंक कर देश का नाम आगे बढ़ाया।
मानसिक मजबूती और भावनात्मक समर्थन-
दुनिथ वेल्लालेज अब एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं। यह समय उनके लिए मानसिक और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण है। हालांकि, क्रिकेट समुदाय और परिवार का समर्थन उन्हें मजबूती देने में मदद करेगा।इस दुखद घटना के बावजूद, दुनिथ को अपने पिता की यादें और उनके द्वारा दिए गए मार्गदर्शन से प्रेरणा मिलेगी।
निष्कर्ष
सुरंगा वेल्लालेज का निधन श्रीलंका क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके बेटे दुनिथ वेल्लालेज के लिए यह समय भावनात्मक रूप से अत्यंत कठिन है, लेकिन उनके पिता की याद उन्हें मजबूत बनाएगी।क्रिकेट प्रेमियों और समुदाय को इस समय दुनिथ और उनके परिवार का समर्थन करना चाहिए। उनके पिता की विरासत और मार्गदर्शन उन्हें आने वाले दिनों में प्रेरित करते रहेंगे।
दुनिथ वेल्लालेज की कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि परिवार, प्रेम और धैर्य की भी कहानी है। उनके प्रयास और समर्पण आने वाले वर्षों में श्रीलंका क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।