Updated: 29 October 2025 | By Dhananjay Yadav
बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव 2025 नज़दीक आ रहे हैं, राज्य के मतदाताओं के बीच बहस का नया विषय बन गया है, महागठबंधन (MGB) का घोषणापत्र, जिसे आरजेडी नेता Tejashwi Yadav ने मंगलवार को पटना में लॉन्च किया।
इस घोषणापत्र का नाम है – “बिहार का तेजस्वी प्रण”, जिसे Tejashwi Yadav ने अपना “प्रण पत्र” (resolve document) कहा। उन्होंने इसे बिहार के विकास और बदलाव की दिशा में एक “विजन डॉक्यूमेंट” बताया।
Tejashwi Yadav का वादा – 20 दिन में हर परिवार को नौकरी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन के घोषणापत्र की सबसे बड़ी और चर्चा में रहने वाली घोषणा है –
“हर परिवार को सरकार बनने के 20 दिन के भीतर एक सरकारी नौकरी”।
Tejashwi Yadav ने इस वादे को अपना “प्रण पत्र” बताते हुए कहा कि उनके पास इसका पूरा ब्लूप्रिंट (Blueprint) तैयार है। उन्होंने कहा,
“मैंने जो वादा किया है, उसे निभाने के लिए प्राण भी देने पड़ें तो पीछे नहीं हटूंगा। यह मेरा प्रण है और मैं इसे हर हाल में पूरा करूंगा।”
Tejashwi Yadav पहले भी 2020 में 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा कर चुके हैं, जिससे वे युवाओं के बीच “रोजगार के नेता” के रूप में उभरे थे। अब 2025 में उन्होंने इस वादे को और भी बड़ा करते हुए कहा है कि हर परिवार को नौकरी देना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी।
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उनका कहना है कि बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। वे इसे हकीकत में बदलने के लिए “बिहार रोजगार मिशन” बनाने का आश्वासन दे रहे हैं, जो राज्य के हर जिले में रोजगार के अवसर बढ़ाएगा।
महिलाओं, किसानों और गरीबों के लिए राहत योजनाएं
घोषणापत्र में महिलाओं, किसानों और गरीब वर्ग के लिए कई बड़े वादे किए गए हैं।
महिलाओं के लिए “माई-बहन योजना”
इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि इसका उद्देश्य है महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता और सम्मान बढ़ाना।
सस्ती LPG और मुफ्त बिजली
महागठबंधन ने वादा किया है कि
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हर घर को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली,
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और सस्ती LPG सिलिंडर 500 rupye उपलब्ध कराई जाएगी।
इस कदम का लक्ष्य है महंगाई से जूझ रहे मध्यम और निम्नवर्गीय परिवारों को राहत देना।
किसानों के लिए MSP में सुधार
घोषणापत्र में किसानों को इनपुट कॉस्ट सहित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने का वादा किया गया है। Tejashwi Yadav ने कहा कि “किसान सिर्फ वोट बैंक नहीं, बिहार की रीढ़ हैं।”
शिक्षा और रोजगार – बिहार के विकास का रोडमैप
घोषणापत्र में शिक्षा और रोजगार पर विशेष फोकस किया गया है। महागठबंधन ने वादा किया है कि राज्य में स्कूलों, कॉलेजों और तकनीकी संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार किया जाएगा।
इसके अलावा, “पेपर लीक रोकने के लिए नया कानून” लाने का वादा भी इसमें शामिल है। यह कदम उन छात्रों के लिए राहत भरा हो सकता है, जो बार-बार होने वाले पेपर लीक और भर्ती घोटालों से परेशान हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज
महागठबंधन का दावा है कि अगर उनकी सरकार बनी, तो बिहार में सभी नागरिकों के लिए यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (UHC) लागू किया जाएगा।
इसका मतलब है कि हर व्यक्ति को बिना किसी भेदभाव के मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। साथ ही, मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की संख्या बढ़ाने का भी वादा किया गया है।
आरक्षण सीमा हटाने और सामाजिक न्याय पर जोर
Tejashwi Yadav ने कहा कि उनकी सरकार 50% की आरक्षण सीमा को हटाने के लिए पहल करेगी ताकि अधिक पिछड़े वर्ग (EBC), दलित और आदिवासी समुदायों को न्याय मिल सके।
उनका कहना था कि – “बिहार की असली ताकत उसके वंचित और मेहनतकश लोग हैं। हम उन्हें उनका हक दिलाएंगे।”
ताड़ी को मिलेगी छूट –
महागठबंधन के घोषणापत्र का यह सबसे अलग और चर्चित बिंदु है। तेजस्वी यादव ने ऐलान किया कि “ताड़ी” को शराबबंदी कानून से छूट दी जाएगी, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सहारा मिले।
उनका तर्क है कि “ताड़ी परंपरा है, अपराध नहीं।” इससे हजारों ग्रामीण परिवारों को आजीविका का नया जरिया मिलेगा और स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला बिहार के गांवों में रोजगार और आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकता है, हालांकि विपक्ष इसे विवादास्पद मान रहा है।
कानून व्यवस्था पर वादा –
Tejashwi Yadav ने NDA सरकार पर अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर “क्राइम-फ्री बिहार” बनाया जाएगा।
इसके लिए घोषणापत्र में पुलिस भर्ती में पारदर्शिता, आधुनिक तकनीक से निगरानी और एंटी-कम्यूनल यूनिट्स की स्थापना का वादा किया गया है। तेजस्वी ने दोहराया कि उनकी सरकार का लक्ष्य कानून का राज स्थापित करना है, न कि भय का।
उन्होंने कहा, “जंगलराज नहीं, जनराज लाएंगे।”
औद्योगिक विकास और युवाओं का पलायन रोकने की योजना
महागठबंधन के घोषणापत्र में बिहार को “इंडस्ट्रियल हब” बनाने का वादा किया गया है। इसके तहत नई इंडस्ट्रियल इंसेंटिव पॉलिसी लाई जाएगी, जिससे निजी निवेश को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं को अपने राज्य में ही रोजगार मिल सकेगा।
तेजस्वी यादव का कहना है कि अब बिहार का युवा दिल्ली या मुंबई नहीं जाएगा – “उसे अपने ही गांव में सम्मान और नौकरी मिलेगी।”
NDA का पलटवार – “खोखले वादे, झूठे सपने”
Tejashwi Yadav की घोषणाओं पर NDA ने तीखा हमला बोला। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने इसे “झूठे वादों का पुलिंदा” बताया और कहा कि जनता अब भ्रमित नहीं होगी।
चिराग पासवान ने तंज कसा – “जब जीत की उम्मीद नहीं, तो झूठ बोलने में क्या हर्ज है।”
वहीं JD(U) नेता के.सी. त्यागी ने दावा किया कि महागठबंधन जिन योजनाओं का श्रेय ले रहा है, उनमें से अधिकांश पहले ही नीतीश कुमार सरकार ने पूरी कर दी हैं।
महागठबंधन की एकजुटता – “संकल्प पत्र, सिर्फ वादे नहीं”
घोषणापत्र जारी करने के मौके पर मंच पर कांग्रेस के पवन खेड़ा, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी, और CPI-ML (लिबरेशन) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य मौजूद थे।
मुकेश सहनी, जिन्हें गठबंधन का उपमुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया गया है, उन्होंने कहा – “यह हमारा संकल्प पत्र है, सिर्फ वादा नहीं। यह बिहार में रोजगार, न्याय और खुशहाली का नया अध्याय खोलेगा।”
Tejashwi Yadav का संदेश – “जनता ही हमारी ताकत है”
Tejashwi Yadav ने अधिकारियों से अपील की कि वे चुनाव के दौरान निष्पक्ष रहें। उन्होंने कहा कि “अगर कोई गड़बड़ी की कोशिश करेगा, तो हर कदम की वीडियोग्राफी होगी।”
उनका संदेश साफ था – हम जनता की ताकत से लड़ रहे हैं, किसी डर से नहीं।

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